Wednesday, April 27, 2011

जीवन में मुस्कुराना सीखिए

आज के संघर्षमय वातावरण में हमें तनावयुक्त चेहरे तो बहुत नजर आते हैं परन्तु मुस्कुराते हुए चेहरे तो कहीं विलुप्त हो गए हैं, इसलिए कभी कोई मुस्कुराता चेहरा दिख जाता है तो अनायास ही सबको आकर्षित कर लेता है। आज अधिकतर लोग अपनी परिस्थितियों और माहौल के कारण क्षुब्ध हैं परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि व्यक्ति मुस्कुराना ही भूल जाए। मुस्कुराते हुए न केवल आपका व्यक्तित्व प्रभावशाली लगता है बल्कि आपकी मुस्कुराहट कई अन्य लोगों को मुस्कुराने पर मजबूर कर देती है। कठिन परिस्थितियों में मुस्कुराना आसान तो नहीं होता परन्तु चिंता या तनावयुक्त चेहरे से आपको दुख के सिवाय क्या मिल सकता है। मुस्कुरा कर हम अपने दिल से कुछ देर के लिए ही सही, तनावों को दूर कर देते हैं।
मुस्कुराहटें आपके व्यक्तित्व को प्रभावशाली तो बनाती ही है, साथ ही आपका सकारात्मक दृष्टिकोण भी झलकाती हैं। आपकी मुस्कुराहट आशा की वह किरण है, जो हर परिस्थिति में अपना प्रकाश बिखेरती रहती है और उम्मीद को बांधे रखती है। व्यक्ति अगर आशावादी होता है तो कठिन क्षण कब बीत जाते हैं, पता ही नहीं चलता। अगर व्यक्ति अपने दुख के कारण मुस्कुराना भूल जाए तो वह खुद तो प्रभावित होता ही है उसके चेहरे को देखकर उसके परिवारजन व हितैषी भी उदास हो जाते हैं इसलिए उनके सुख के लिए ही सही, उनको खुश रखने की खातिर आपकी हल्की मुस्कान ही बहुत है।

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