अक्सर यह देखने को मिलता है कि जिन लोगों के अधिक दोस्त होते हैं वे कम तनावग्रस्त होते हैं बजाय उनके जो प्राय: गुमसुम से रहते हैं। दूसरों के साथ बातें करने से दिल का बोझ हल्का होने की कहावत बहुत पुरानी है। अब तो साइंस भी यह मान चुकी है कि तनाव से दूर रहने के लिए खुद को व्यस्त रखना जरूरी है। दिल और दिमाग की सोच के आपस में टकराने से तनाव पैदा होता है, इसलिए दिल की बीमारी का इससे गहरा रिश्ता है क्योंकि तनाव का भयंकर रूप ही हृदय रोग में बदलता है। बात बात पर निराश होना मन में जलन की भावना का अधिक होना या फिर उम्मीदों का बिखर जाना जैसी अनेक परेशानियां तनाव बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं।
पहले यह आम धारणा थी कि महिलाएं ज्यादा तनावग्रस्त होती हैं और पुरुष कम लेकिन अब तो मर्दों में भी यह बीमारी बढ़ती ही जा रही है। इसका एक कारण बढ़ती जनसंख्या के साथ बढ़ता कंपीटीशन भी है।
शिकागो में हुए एक सर्वेक्षण के हवाले से यह निष्कर्ष निकाला गया है कि जो लोग लम्बे समय तक टेलीफोन पर बातें करते हैं या बच्चों के साथ अधिक वक्त बिताते हैं, वे हमेशा प्रसन्नचित नजर आते हैं। रेडियो पर संगीत सुनना और टीवी पर मनपसंद प्रोग्राम देखना भी तनाव भगाने के लिए उपयोगी बताया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादा से ज्यादा दोस्त बनाएं और तनाव से छुटकारा पायें।
पहले यह आम धारणा थी कि महिलाएं ज्यादा तनावग्रस्त होती हैं और पुरुष कम लेकिन अब तो मर्दों में भी यह बीमारी बढ़ती ही जा रही है। इसका एक कारण बढ़ती जनसंख्या के साथ बढ़ता कंपीटीशन भी है।
शिकागो में हुए एक सर्वेक्षण के हवाले से यह निष्कर्ष निकाला गया है कि जो लोग लम्बे समय तक टेलीफोन पर बातें करते हैं या बच्चों के साथ अधिक वक्त बिताते हैं, वे हमेशा प्रसन्नचित नजर आते हैं। रेडियो पर संगीत सुनना और टीवी पर मनपसंद प्रोग्राम देखना भी तनाव भगाने के लिए उपयोगी बताया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादा से ज्यादा दोस्त बनाएं और तनाव से छुटकारा पायें।
No comments:
Post a Comment